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1 लीटर पेट्रोल में 33 और डीजल से ₹32 की कमाई

•महंगाई की आग से सदन गर्म लोकसभा में वित्त मंत्री का जवाब  नई दिल्ली| देश में पेट्रोलियम ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी ...

•महंगाई की आग से सदन गर्म लोकसभा में वित्त मंत्री का जवाब

 नई दिल्ली| देश में पेट्रोलियम ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि कच्चे तेल,पेट्रोल,डीजल, विमान,ईंधन और प्राकृतिक गैस को माल एवं सेवा कर (जीएसटी )के दायरे में लाने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है |देश में 1 जुलाई 2017 को जब जीएसटी लागू की गई तो पेट्रोलियम उत्पादों को इसके दायरे से बहार रखा गया |
       केंद्र और राज्य सरकारों के कर राजस्व का एक बड़ा हिस्सा इन उत्पादों पर लागू करो पर निर्भर करता है| सीताराम ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर ने कहा फिलहाल कच्चे तेल, पेट्रोल,डीजल,विमान,ईंधन और प्राकृतिक गैस को जीएसटी के दायरे में लाने का कोई प्रस्ताव नहीं है |उन्होंने कहा कि कानून के तहत जीएसटी परिषद की अनुशंसा कर सकती है कि पेट्रोलियम उत्पादों पर किस तिथि से जीएसटी लगेगा |फिर मंत्री ने बताया अब तक जीएसटी परिषद में इन उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने की कोई अनुशंसा नहीं की है | सीतारमण के अनुसार जीएसटी परिषद जब संबंधित कारकों को देखते हुए जब उचित समझें तो इन पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने का प्रस्ताव पर विचार कर सकती है |उधर लोकसभा में पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों पर लगाते हैं,ऐसे में राज्य सरकार और केंद्र भी ऐसा करें दोनों इस बारे में विचार करें |जीएसटी के दायरे में लाने का सवाल है "इस विषय को जीएसटी की शुरुआत के समय खुला रखा गया| "इसे राज्य और केंद्र मिलकर तय कर सकते हैं कि इससे कब इसके दायरे में लाना है|

• सांसदों ने सरकार को घेरा
 लोकसभा में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी कांग्रेस जदयू सहित कई दलों के सदस्यों ने प्रश्नकाल के दौरान पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती हुई कीमतों पर सरकार से स्पष्टीकरण की मांग की |कीमतों को कम करने की दिशा में क्या कदम उठाए गए हैं? क्या सरकार का विचार जीएसटी के दायरे में लाने का है |

• कांग्रेस के सवाल?
 कांग्रेस के मुरलीधरन ने भी पेट्रोल डीजल की कीमतों में वृद्धि से सरकार को काफी राजस्व होने की बात है |उन्होंने पूछा कि सरकार बताए कि क्या पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने से कीमतें कम होंगी?

• केंद्र वित्त मंत्री बोली पेट्रोल डीजल गैस को जीएसटी के दायरे में लाने का प्रस्ताव नहीं

[ पेट्रोल डीजल की कीमत में टैक्स का गणित ]
                                पेट्रोल /लीटर प्रति रुपए     डीजल /लीटर प्र 
 °बेस प्राइस                 33.26                             34.97
                                 
° किराया                     0.28                               0.25

° एक्साइज ड्यूटी         32.90                            31.80

 °डीलर कमीशन          3.69                               2.51

° वैट                         21.04                             11.94
 
° कुल कीमत              91.17                              81.47

( यह आंकड़े 1 मार्च को दिल्ली में पेट्रोल डीजल की कीमत के हिसाब से है )

• मंत्री बोले केंद्र राज्य दोनों करे विचार
 निचले सदन में सदस्यों के पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा- कि पेट्रोल-डीजल,जैसे पेट्रोलियम उत्पादों पर कुछ कर राज्य लगाते हैं और कुछ केंद्र लगाते हैं| ऐसे में राज्य सरकार दिन पर कर कम करें और हम केंद्र भी ऐसा करें |दोनों इस बारे में विचार करें| ठाकुर ने कहा जहां तक पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने की सवाल है,इस विषय को जीएसटी की शुरुआत के समय खुला रखा गया था |इसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद में राज्य और केंद्र सरकार मिलकर तय कर सकते हैं इसे कब इसके दायरे में लाना है |

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